कहीं संगीत है तो कहीं सुगंध
पर्वतों से झरते हुए झरनों का संसार भी बड़ा अनोखा है। इन्हें देखना ही अपने आप में किसी कविता को अनुभव करने की तरह होता है। ऐसे में किसी जल प्रपात के साथ कोई खूबी जुड़ी हो तो कहना ही क्या, सोने पर सुहागा समझिए। बच्चों यहां हम ऐसे ही कुछ झरनों की चर्चा कर रहे हैं। कहीं कुछ झरनों में संगीत है, तो कुछ झरने सुगंध से सराबोर कर देते हैं। कई झरनों का पानी तो ऐसे चमत्कारिक भी होता है कि उसमें स्नान करने से शरीर के कई रोग दूर हो जोते हैं। कुछ झरने ऐसे होते हैं कि उनमें इंद्रधनुष के रंगों की भांति पानी झरता है। मोरक्कों के एक पर्वत का झरना जब नदी में गिरता है तो आंर्गन नामक वाजे की आवाज सुनाई देती है। जापान के हिमोशी पर्वत का झरना दो धाराओं में झरता है। एक धारा में ठंडा तो दूसरी में गरम पानी होता है। इसी तरह विडना के पर्वत से सुगंधित जल झरता है। आस्ट्रेलिया के तिनीसया पर्वत हर वक्त काला धुंआ उगलता रहता है। वास्तव में 71 मीटर ऊंचे पर्वत से गिरने वाले पानी का रंग नीचे आकर नीले से हरा हो जाता है। यह हरा पानी एक तरह की गैस निकालता है। जो पर्वत के इर्द-गिर्द काले रंग के रूप से नजर आती है। संसार का सबसे ऊंचा जल प्रवात बेने जुएला स्थित साल्टो एजिल (एंजेल फॉल्स) है। 980 मीटर ऊंचा यह प्रपात कैरोनी नदी की कगओन नदी पर स्थित है। इस जल प्रपात का नाम जेम्स एंजेल के नाम पर रखा गया है। एंजेल अमेरिकी एडवेंचरिस्ट थे, जिनका विमान जल प्रपात के पास ही मीसा नामक जगह में 1937 में टकरा कर गिर गया था। दुर्घटना में एंजेल की मौत हो गई थी। न्यूजीलैंड में पैथरा पर्वत का फाल्स भी बड़ा अनूठा है। दिन में इसके पानी का रंग सफेद होता है लेकिन रात्रि में यह हल्का गुलाबी हो जाता है।