किस्सा रोबोट का | |
बच्चों रोबोट के बारे में तो आप जानते ही होंगे। कैसे वह अपने आप चलता है। विदेशों में यह घरों की साफ-सफाई, भूकंप के बाद मलबे में दबे इंसानों को ढूंढने का काम और कारखानों में कई ऐसे कामों को अंजाम देता है जो हैरान कर देने वाले होते हैं। पर क्या आप को पता है रोबोट दुनिया में आया कब। वास्तविक रूप से सबसे पहले रोबोट बनाने का श्रेय स्पेरी जायरोस्कोप को जाता है। यह सन 1913 में बना था। पर आम लोगों के बीच इसका प्रदर्शन 1932 में पहली बार लंदन रेडियो में हुआ। करीब 30 साल बाद पहली बार एक अमेरिकन कंपनी ने रोबोट को बेचने की योजना बनाई और धीरे-धीरे कंपनियों ने मजदूरों की छंटनी कर रोबोट को काम पर बहाल करना शुरू कर किया। पहली घटना 1980 में हुई जब एक मोटरकार कंपनी ने 200 मजदूरों की छंटनी कर 50 रोबोट को काम पर रखा था। रोबोट लोगों को वाकई बड़ी काम की चीज लगी। पूमा नाम का एक रोबोट तो कारखाने की मशीनों का नट बोल्ट कस और खोलने में भी सक्षम था। बाद में चिकित्सा क्षेत्र में लोगों ने रोबोट की खूबी को पहचानते हुए 'मल्वांग' नाम के ऐसे रोबोट का निर्माण कर डाला जो कृत्रिम अंगुलियों द्वारा कंप्यूटर पर कैंसर की रसौलियों का पता लगा सकता था। आज रोबोट की दुनिया काफी विकसित हो चुकी है। कभी स्वचालित मशीनों के रूप में ' ओटोमैन' कहे जाने वाले रोबोट अब परमाणु रिएक्टर, अग्निशमन दस्ते और समुद्री गोताखोरी में अपनी भूमिका बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
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